shree krishna govind hare murari ( ravindra jain ) Bhajan Lyrics
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेवा
पितु मात स्वामी सखा हमारे
पितु मात स्वामी सखा हमारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी (आ आ आ)
हे नाथ नारायण वासुदेवा (आ आ आ)
बंदी गृह के, तुम अवतारी
कही जन्मे, कही पले मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुद, हर बात तिहारी
स्वररविन्द्र जैन