दिल का रिश्ता (शीर्षक) – Dil Ka Rishta (Udit, Kumar, Alka, Sarika, Babul, Title)

दिल का रिश्ता (शीर्षक) – Dil Ka Rishta (Udit, Kumar, Alka, Sarika, Babul, Title)
 
Movie/Album: दिल का रिश्ता (2003)
Music By: नदीम-श्रवण
Lyrics By: समीर
 By: उदित नारायण, कुमार सानू, अल्का याग्निक, सारिका कपूर, बाबुल सुप्रियो

उदित नारायण, अलका याग्निक, कुमार सानू

दिल का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है
कितना पागल ये दिल हमारा है
हम तो एक दूसरे पे मरते हैं
जानता ये जहान सारा है
दिल का रिश्ता…

मेरी पलकों को चूम के दिलबर
आपने हुस्न ये सँवारा है
कितना पागल ये दिल…

तन्हा तन्हाइयों में जानेमन
मैंने अक्सर तुम्हें पुकारा है
कितना पागल ये दिल…

देखता हूँ जहाँ, तुम ही तुम हो
और नज़ारों में क्या नज़ारा है
कितना पागल ये दिल…

हँसते सूरज की रोशनी दे दी
झिलमिलाती-सी चांदनी दे दी
मुझको तूने तो हर ख़ुशी दे दी
मेरे मालिक करम तुम्हारा है
कितना पागल ये दिल….

सारिका कपूर, बाबुल सुप्रियो

दिल का रिश्ता बड़ा ही प्यारा है
कितना पागल ये दिल हमारा है
इश्क जब से हुआ मुझे तुमसे
नींद हारी है चैन हारा है
दिल का रिश्ता…

हो के तुमसे जुदा मेरे दिलबर
मैंने रो-रो के पल गुज़ारा है
कितना पागल ये दिल…

तुम ना आये हो तुम ना आओगे
अब तो यादों का ही सहारा है
कितना पागल ये दिल…

कौन चाहेगा अब मेरे दिल को
ये तो टूटा हुआ सितारा है
कितना पागल ये दिल…

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