।। दोहा ।।
सतगुरु चन्दन बावना , दिन दिन दूणी वास।
अज्ञान हरण प्रकटिया , जानत है निज दास।
उमेदा माने लागी सा ,
सतगुरु मिलबा की। २
सतगुरु मिलबा की ,
सतसाहब मिलबा की। २
उमेदा माने लागी सा ,
सतगुरु मिलबा की।
सरिया दे ने लागी उमेदा ,
आव पकाबा की। २
साँवरिया ने लागी उमेदा ,
बच्या बचाबा की। २
उमेदा माने लागी। …..
मीरा बाई ने लागी उमेदा ,
जहर पीबा की।
सांवरिया ने लागी उमेदा ,
अमृत करबा की।
उमेदा माने लागी। …..
नरसी भक्त ने लागी उमेदा ,
माया लुटाबा की।
सांवरिया ने लागी उमेदा ,
मायरो भरबा की।
उमेदा माने लागी। …..
धन्ना भक्त ने लागी उमेदा ,
खेती करबा की।
सांवरिया ने लागी उमेदा ,
मोती पकाबा की।
उमेदा माने लागी। …..
रूपा बाई ने लागी उमेदा ,
संता सु मिलबा की।
सांवरिया ने लागी उमेदा ,
बाग़ लगाबा की।
उमेदा माने लागी। …..
उमेदा माने लागी सा ,
सतगुरु मिलबा की। २
सतगुरु मिलबा की ,
सतसाहब मिलबा की। २
उमेदा माने लागी सा ,
सतगुरु मिलबा की।
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