।। दोहा ।।
धीरे धीरे रे मना , धीरे सब कुछ होय।
माली सींचे सो गड़ा ,ऋतू आय फल होय।
जरा हलके गाड़ी हांको ,
मेरे राम गाड़ी वाले।
जरा धीरे धीरे गाड़ी हांको ,
मेरे राम गाड़ी वाले।
गाड़ी म्हारी रंग रंगीली ,
पहिया है लाल गुलाब।
हांकन वाली छैल छबीली ,
बैठन वाला काल।
जरा हलके। ….
गाड़ी अटकी रेत में जी,
मजल पडी है दूर।
धर्मी धर्मी पार उतर ग्या ,
पापी चकना चूर।
जरा हलके। ….
देश देश का वैद बुलाया ,
लाया जडी और बूटी
जडी बूटी तेरे काम न आई ,
जड़ राम के घर की छूटी।
जरा हलके। ….
चार जना मिल मतों उठायो ,
बांधी काठ की घोडी।
ले जाके मरघट पे रखदी ,
फूँक दिनी जस होली।
जरा हलके। ….
बिलख बिलख कर त्रिया रोये ,
बिछड़ गयी मेरी जोड़ी।
कहे कबीर सुनो भाई साधो ,
जिन जोड़ी उन तोडी।
जरा हलके। ….
prahlad singh tipaniya ke bhajan video
जरा हल्के गाड़ी हांको भजन jara halke gadi hako lyrics mere ram gadi wale prahlad singh tipaniya ke bhajan
कबीर भजन माला lyrics in Hindi
भजन :- जरा हल्के गाड़ी हाको
गायक :- प्रहलाद सिंह टिपानिया