थारो गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
मीरा मेड़तनी रे,
आ दासी मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
राणे विष का पियाला भेज्या,
जाय मीरा को पिलवाया,
विषड़ा रो दूध बणायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
राणे सर्प पिटारा भेज्या,
मीरा हंस कर गले लगाया,
सर्प को हार बनाया रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
राणो मीरा ने मारन लगो,
वो खाय तलाशी भागो,
राणा ने पर्चो दिखायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
जारे सहायक देवकी नंदन,
करती हूं मैं वंदन,
मीरा वास वैकुंठा पाओ रे,
जारो रामनिवास जस गायो,
आ मीरा मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
थारो गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी,
मीरा मेड़तनी रे,
आ दासी मेड़तनी,
थारों गिरधर लाल रिजायो रे,
आ मीरा मेड़तनी।।
जब तक फागुण मेला तेरा आता नहीं है भजन लिरिक्स
भरदे रे श्याम झोली भरदे ना बहला ओ बातों में भजन लिरिक्स
मेरे सीने में जब तक ये प्राण रहे भजन लिरिक्स
– गायक –श्यामनिवास जी।
राजस्थानी भजन थारो गिरधर लाल रिजायो रे आ मीरा मेड़तनी
थारो गिरधर लाल रिजायो रे आ मीरा मेड़तनी