।। दोहा ।।
राम नाम री झोपड़ी , पापी रा जस गान।
आग लगे उस गांव को जहा नहीं राम रो नाम।।
देखो दुनिया भोली रे संतो ,
देखो दुनिया भोली रे ।
राम सिमरता लाज मरे रे।
गलियों में खेले होली होजी।
माटी री गणगौर बनाई ,
सखियाँ पूजन हाली वो।
पुतली पानी में डाली ,
अब माटी ग़लबा लागी वो।
देखो दुनिया। …….
मोटा थापण पत्थर पूजे ,
तेल सिंदूर चढ़ावे वो।
पूज तो पुजारी ले गयो ,
अब देव कुतरा चाटे होजी ।
देखो दुनिया। …….
गेहू घेघरा मोठ बाजरी ,
घर में आगा मेले जी।
काकरोडा हाथा ले ने ,
स्वामीयो ने देवे जी।
देखो दुनिया। …….
भोपा घुमन माथो हिलावे ,
खाली गुमर गाले वो।
बकरियों रा शीश काट ने ,
हरी ने हेलो मारे जी।
देखो दुनिया। …….
स्वर्गा पुर में नहीं हूपडो ,
नहीं हुकल ने गट्टी वो।
रामानंद रा बने कबीरा ,
अब कीकर खावा रोटी वो जी।
देखो दुनिया। …….
देखो दुनिया भोली रे संतो ,
देखो दुनिया भोली रे ।
राम सिमरता लाज मरे रे।
गलियों में खेले होली होजी।
देखो दुनिया भोली रे संतो भजन लिरिक्स dekho duniya bholi re santo Bhajan Lyrics prakash mali bhajan Text Lyrics