फरियाद करता हूँ,
दिल शाद करता हूँ,
मुरली मनोहर से,
हृदय की बात कहूंगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।
सच कहता हूँ श्याम,
हकीकत मेरी है,
तेरे फैसले में भी,
कितनी देरी है,
खुशियां दो चाहे गम दो,
सर झुका के सहूंगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।
मुरली वाले श्याम,
सुनाई कब होगी,
दुरी से गोपाल,
रिहाई कब होगी,
मीठी यादों की त्रिवेणी के,
गीत बहूँगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।
तेरी याद में जितने,
कदम बढ़ाता हूँ,
लुकमीचनी खेलो तो,
मैं रुक जाता हूँ,
बांके बिहारी के हमेशा,
पाँव गहूँगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।
‘श्याम बहादुर शिव’ के,
तुम ही साथी हो,
मन दिवले की,
कृष्ण कन्हैया बाती हो,
तेरे चाहने वाले के आगे,
मैं तो नवूँगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।
फरियाद करता हूँ,
दिल शाद करता हूँ,
मुरली मनोहर से,
हृदय की बात कहूंगा,
खामोश रहूँगा,
फरियाद करता हूं,
दिल शाद करता हूँ।।