बायोसा नीची थलवट,
ने ऊंचो देवरो।
दोहा – देवा मे देवी बडी,
और बडी जगदम्बा माँ,
लजीया मारी राखजो,
मैया करजो मारी सहाय।
करजो म्हारी सहाय,
शरन मे आया तेरी,
जगदम्बे मम मावडी,
लाज रखदीजो मारी।
गाँव गुडाला जन्म लियो,
मारी राज बायोसा माँ,
शिवगंज नगर बिराजीया,
करे भगतो रा बेडा पार।
बायोसा नीची थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
बायोसा नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
बायोसा दूरा देशारा आवे जातरी,
राजमाता दूरा देशोरा आवे जातरी,
ओ मैया निवन करे ओ नर नार,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
बायोसा गुडाला नगरी में,
थोरो जन्म हुयो,
राजमाता गुडाला नगरी में,
थारोजन्म हुयो,
ओ थाने सिसोदिया मनावे,
वेगा आवोनी,
पधारो मारे आंगनीया,
ओ थाने गहलोत मनावे,
थाने आय सवायो लागे देवरो,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
बायोसा गेर रे घुमालो,
पेरो घागरो,
माताजी गेर रे घुमालो,
पेरो घागरो,
ओ थारे ओडन ओडन,
चीकनी रो चीर,
सवायो लागे देवरो,
ओ थोरे ओडन चीकनी रो चीर,
सवायो लागे देवरो,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
माताजी ढोल नगाड़ा,
बाजे नोपता,
राजमाता ढोल नगाड़ा,
बाजे नोपता,
माताजी ढोलो रे,
ढमकाते रमता आवोनी,
पधारो मारे आंगनिया,
ओ थोरी घणी रे करूला मनवार,
पधारो मारे आंगनीया।।
बायोसा थोरा भगतो री,
सुनजो विनती,
राजमाता थोरा भगतो री,
सुनजो विनती,
माताजी जुग जुग,
चरणो में राख,
सवायो लागे देवरो,
माताजी राखोनी,
छतर वाली छाव,
सवायो लागे देवरो,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
बायोसा नीची थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
बायोसा नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो,
माताजी नीची ओ थलवट,
ने ऊंचो देवरो,
थारी ध्वजा फरूके असमान,
सवायो लागे देवरो।।
राजस्थानी भजन बायोसा नीची थलवट ने ऊंचो देवरो