सुण रे मन दादा समता में सार गणों भजन लिरिक्स

।। दोहा ।।
संत बड़े परमारथी ,शीतल ज्यां रा अंग।
तपत बुझावे और की , दे दे भगती रंग।

सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो।
क्षमता सार थोड़ी ममता मार ,
धार लीजिए धरणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो।

कोई अणुतो अबको बोले ,
पाछो नहीं बकणो।
गलिया खेड़ा भसे गण्डकड़ा ,
लारे नहीं भसणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

सबर वाला की खबर राम ने ,
दुःख सु नहीं डरणो।
बाया को थू भलो छावज्ये ,
जद वेलो तरणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

नाडूल्यो बण नाडा माई ,
गणो नहीं उबकणो।
हंसा का सागर में भलज्ये ,
राख ज्ये मोटापणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

क्षमता शस्त्र साध निसाणो ,
सदा इने आदरणो।
दुश्मन के थू फूल बिछाज्ये ,
जद वेलो तरणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

करड़ाई में कई काडेलो ,
नमन राख चलणो।
या तो थू जाणे मनड़ा ,
एक दन तो मरणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

जो करणो जो भरणो भाया ,
होय जमा धन धरणो।
संता शरणे भैरव पकड़ ले ,
दीना नाथ शरणो।
सुण रे मन दादा ,
क्षमता में सार गणो। टेर।

gopal das vaishnav ke bhajan music vido song

सुण रे मन दादा समता में सार गणों भजन sun re man dada samta me sar gano desi marwadi bhajan lyrics
देसी मारवाड़ी भजन
भजन :- क्षमता में सार गणो
गायक :- गोपाल दास वैष्णव

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