दिल्ली में दिखी रे ,भक्ता की टोळीया रे।
देमालिया में आवे रे,देव का लाड लड़ावे रे।
कोई फुलड़ा लावे रे,कोई माला लावे रे।
देवमालिया का देव धनि ने ,आन मनावे रे।
कोई गाड़ी लावे रे ,कोई पैदल आवे रे।
अरे देवधनि दरबार का ,जयकारा लगावे रे।
भक्ता की टोळीया रे,देमालिया चाली रे।
ऐ मेंदवास टोक मु ,दौड़ी आवे रे।
ऐ ढोल बाजे रे ,डीजे भारी बाजे रे।
देवधनी के जाता ,जातरी जोर नाचे रे।
मुंबई में दिखी रे ,भक्ता की टोळीया रे।
देमालिया में आवे रे,देव का लाड लड़ावे रे।
अरे गोकुल गावे रे ,गोकुल शर्मा गावे रे।
ऐ राजस्थान म्यूजिक के ,माई धूम माचवे रे
भीलवाड़ा दिखी रे ,भक्ता की टोळीया रे।
देमालिया में आवे रे,देव का लाड लड़ावे रे।
भजन :- दिल्ली में दिखी रे
गायक :- गोकुल शर्मा
gokul sharma ke dj bhajan