घड़ड़ दे सुनार कंगना मैया को पहनाऊँगी ॥
कंगन जो पहने मैया बलिहारी जाउंगी॥
शेषनाग की मणि लगादे चाँद सितारे जड़ दे
सूरज की किरणों संग शोभा तीन लोक की भरदे ॥
पहना के माँ को कंगना ॥
भव तर जाउंगी घड़ड़ दे……
सात समुंदर के रत्नो से कंगन मेरा सजादे
हीरे मोती नीलम पन्ने और पुखराज लगादे॥
भेंट चड्डाह के कंगना॥
मैया को मनाऊंगी घड़ड़ दे ….
कंगन पहनो माँ जगदम्बे सोए भाग जगादो
हाथ दया का सिर पे रख दो नैया पार लगादो ॥
शेरांवाली माँ की महिमा ॥
सबको सुनाऊँगी घड़ड़ दे ……..
माँ शक्ति का देख के कंगना भगत सभी हर्षाये
ये प्यारा सा कंगना माँ की शोभा और बढ़ाये ॥
- भोलेनाथ, भोलेनाथ, क्या माँगू बाबा तुझसे,
- भोले डमरु बजा दो एक बार हमारे हरी कीर्तन में, कीर्तन में हरी कीर्तन में…
- डमरू वाले डमरू बजा, तेरे सेवक बुलाते हैं आ,
- मेरा मन रंग दो ओ भोले बाबा, ओ भोले बाबा मेरे ओ भोले बाबा…
- ਬਾਬਿਆ ਤੇਰੀਆਂ ਗਊਆਂ,ਮਾਂ ਰਤਨੋ ਦੇ ਘਰ ਰਹਿ ਗਈਆਂ॥
- वे जोगीया तेरीयाँ गौआं, वे रतनो दे घर रह गईया ॥
- तुम अगर द्वार भोले के आते रहो, काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे,
- पर्वत पे आजा मेरी गौरा, क्यों देखे गौरा खड़ी खड़ी…
- पर्वत पे विराजे मेरे भोले भंडारी, भोले भंडारी मेरे नईया कंडारी…
ghadd de sunar kangna
ghadad de sunaar kangana maiya ko pahanaaoongi ..
kangan jo pahane maiya balihaari jaaungi..
sheshanaag ki mani lagaade chaand sitaare jad de
sooraj ki kiranon sang shobha teen lok ki bharade ..
pahana ke ma ko kangana ..
bhav tar jaaungi ghadad de…
saat samundar ke ratno se kangan mera sajaade
heere moti neelam panne aur pukharaaj lagaade..
bhent chaddaah ke kanganaa..
maiya ko manaaoongi ghadad de …
kangan pahano ma jagadambe soe bhaag jagaado
haath daya ka sir pe rkh do naiya paar lagaado ..
sheraanvaali ma ki mahima ..
sabako sunaaoongi ghadad de …
ma shakti ka dekh ke kangana bhagat sbhi harshaaye
ye pyaara sa kangana ma ki shobha aur badahaaye ..
kangana ki bhent mdhur sabako sunaaoongi ghadad de …
ghadad de sunaar kangana maiya ko pahanaaoongi ..
kangan jo pahane maiya balihaari jaaungi..