हारा दी था साँप लम्काए, भुक सुआ दे तन ते पाए सिर ते जरावा रंगवी लीला,नाले चिता दाढ़हा

हारा दी था साँप लम्काए, भुक सुआ दे तन ते पाए
सिर ते जरावा रंगवी लीला,नाले चिता दाढ़हा
गल्लां हुंदिया ने….
केहू जेहा ऐ गोरा दा लाढा ,गल्लां हुंदिया ने

नी गोरा तू जग तो सोहनी,तेरे वरगी होर नी होनी
फूल कलियाँ ते सोहन वाली तू,ऐह की हो गई एहे अनहोनी
हुन सोहना पाउ जा के ओथे,जिथे पिया उजड़ा
गल्लां हुंदिया ने….
केहू जेहा ऐ गोरा दा लाढा ,गल्लां हुंदिया ने

भूत चुडेला जीन कुरलाये,साधा ने संघ बजाये
बचे भूदे डरदे कंबन,कैसे तेरे बाराती अये
किस कोलो वी चल ना होवे, एहना चीख चहाडा
गल्लां हुंदिया ने….
केहू जेहा ऐ गोरा दा लाढा ,गल्लां हुंदिया ने

तू आखे एहे अंतर्यामी तू आखे एहे जग दा स्वामी
मन मखियाँ दी सूत वर माला,ना कर तू ईदी मनमानी
मंगल वांगु मार ना बेठी,अपने पैरी कुहाडा
गल्लां हुंदिया ने….
केहू जेहा ऐ गोरा दा लाढा ,गल्लां हुंदिया ने

haara di tha saanp lamkaae, bhuk sua de tan te paae
sir te jaraava rangavi leela,naale chita daadahahaa
gallaan hundiya ne…
kehoo jeha ai gora da laadha ,gallaan hundiya ne

ni gora too jag to sohani,tere varagi hor ni honee
phool kaliyaan te sohan vaali too,aih ki ho gi ehe anahonee
hun sohana paau ja ke othe,jithe piya ujadaa
gallaan hundiya ne…
kehoo jeha ai gora da laadha ,gallaan hundiya ne

bhoot chudela jeen kuralaaye,saadha ne sangh bajaaye
bche bhoode darade kanban,kaise tere baaraati aye
kis kolo vi chal na hove, ehana cheekh chahaadaa
gallaan hundiya ne…
kehoo jeha ai gora da laadha ,gallaan hundiya ne

too aakhe ehe antaryaami too aakhe ehe jag da svaamee
man mkhiyaan di soot var maala,na kar too eedi manamaanee
mangal vaangu maar na bethi,apane pairi kuhaadaa
gallaan hundiya ne…
kehoo jeha ai gora da laadha ,gallaan hundiya ne

haara di tha saanp lamkaae, bhuk sua de tan te paae
sir te jaraava rangavi leela,naale chita daadahahaa
gallaan hundiya ne…
kehoo jeha ai gora da laadha ,gallaan hundiya ne

 

ਹਾਰਾਂ ਦੀ ਥਾਂ ਸੱਪ ਲਮਕਾਏ, ਬੁੱਕ ਸੁਆਹ ਦੇ ਤਨ ਤੇ ਪਾਏ ॥
ਸਿਰ ਤੇ ਜੜ੍ਹਾਵਾਂ ਰੰਗਵੀ ਲੀਲਾ, ਨਾਲੇ ਚਿੱਟਾ ਦਾੜ੍ਹਾ,
ਗੱਲਾਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਨੇ,,,,,,,,,,,,,,,,
ਕਿਹੋ ਜੇਹਾ ਏ ਗੌਰਾਂ ਦਾ ਲਾੜਾ, ਗੱਲਾਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਨੇ,,,,,,,,,,,,,,,,

ਨੀ ਗੌਰਾਂ ਤੂੰ ਜੱਗ ਤੋਂ ਸੋਹਣੀ, ਤੇਰੇ ਵਰਗੀ ਹੋਰ ਨੀ ਹੋਣੀ ॥
ਫੁੱਲ ਕਲੀਆਂ ਤੇ ਸੌਣ ਵਾਲੀ ਤੂੰ, ਇਹ ਕੀ ਹੋ ਗਈ ਇਹ ਅਣਹੋਣੀ
ਹੁਣ ਸੌਣਾ ਪਊ ਜਾ ਕੇ ਉੱਥੇ, ਜਿੱਥੇ ਪਿਆ ਉਜਾੜਾ
ਗੱਲਾਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਨੇ,,,,,,,,,,,,,,, ਕਿਹੋ ਜੇਹਾ ਏ ਗੌਰਾਂ ਦਾ ਲਾੜਾ

ਭੂਤ ਚੁੜੇਲਾਂ ਜਿੰਨ੍ਹ ਕੁਰਲਾਏ, ਸਾਧਾਂ ਨੇ ਰਲ ਸੰਖ ਬਜਾਏ ॥
ਬੱਚੇ ਬੁੱਢੇ ਡਰਦੇ ਕੰਬਣ, ਕੈਸੇ ਤੇਰੇ ਬਰਾਤੀ ਆਏ
ਕਿਸੇ ਕੋਲੋਂ ਵੀ ਝੱਲ ਨਾ ਹੋਵੇ, ਐਨਾ ਚੀਖ ਚਿਹਾੜਾ
ਗੱਲਾਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਨੇ,,,,,,,,,,,,,,, ਕਿਹੋ ਜੇਹਾ ਏ ਗੌਰਾਂ ਦਾ ਲਾੜਾ

ਤੂੰ ਆਖੇ ਇਹ ਅੰਤਰਯਾਮੀ, ਤੂੰ ਆਖੇ ਇਹ ਜੱਗ ਦਾ ਸੁਆਮੀ ॥
ਮੰਨ ਸਖੀਆਂ ਦੀ ਸੁੱਟ ਵਰ ਮਾਲਾ, ਨਾ ਕਰ ਤੂੰ ਐਡੀ ਮਨਮਾਨੀ
ਮੰਗਲ ਵਾਂਗੂ ਮਾਰ ਨਾ ਬੈਠੀ, ਆਪਣੇ ਪੈਰ ਕੁਹਾੜ੍ਹਾ

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