अरे द्वारपालों ,कन्हैया से कह दो।
दर पे सुदाम ,गरीब आ गया है।
भटके भटके ,ने जाने कहा से।
तुम्हारे महेल के ,करीब आ गया है।
अरे द्वारपालों। …….
ना सर पे है पगड़ी ,ना तन पे हजामा।
बता तो कह्नैया को ,नाम है सुदामा।
एक बार मोहन से ,जा कर के केहदो।
मिलने सखा ,बदनसीब आ गया है।
अरे द्वारपालों। …….
सुनते ही दौड़े ,चले आये मोहन।
लगाया गले से,सुदामा को मोहन।
हुआ रुकमणी को,बहुत ही अचंभा।
ये मेहमान कैसा ,अजीब आ गया है।
अरे द्वारपालों। …….
बराबर पे अपने ,सुदामा बिठाये।
चरण आसुओ से ,श्याम ने धुलाये।
ना घबराओ प्यारे ,जरा तुम सुदामा।
ख़ुशी का समां तेरे ,करीब आ गया है।
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो।
दर पे सुदाम गरीब आ गया है।
are dwarpalo bhajan video
भजन :- अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
गायक :- रामकुमार लख्खा