सावरिया सरकार मेरे सावरिया सरकार,
ब्रम्हा भोले करते मेरे कान्हा का दरबार,
मेरे सावरिया सरकार मेरो सावरिया सरकार।
मोर मुकुट पीताम्बर देख के चंदा भी शरमाये,
सुरनर मुनि जन कीरति गावे मन ही मन हर्षाये,
तीनो लोक के कण कण का है तू ही श्रीजन हार,
मेरो सांवरिया सरकार मेरे सावरिया सरकार…….
दुर्योधन की मेवा त्यागे साग विदुर घर खाई ,
बीच सभा मे बहन द्रोपदी की प्रभु लाज बचाई,
बीच भवँर में नैया मेरी कर दो बेड़ा पार,
मेरो सावरिया सरकार मेरो सावरिया सरकार…..
आज धरा पर गंगा यमुना रोती आस लगाए,
धर्म बना व्यापार कन्हैया किसको दर्द सुनाये,
हाथ जोड़ विनती प्रभु मोरी आ जाओ एक बार
मेरो सावरिया सरकार मेरो सावरिया सरकार…….
ब्रम्हा भोले करते मेरे कान्हा के दरबार,
- हो दर पे मैं आउंगाशीश झुकाउँगा
- नाल उड़े जाने आनहिते साणु सोन जाणदा
- भगतो का तो दिल दिवाना लगता हे॥
- जनम लियो मेरे कृष्ण कन्हाई, मथुरा नगरी में बहार आई…
- मिश्री चढ़ाऊ पान चढ़ाऊ, लगाऊं भोग मैं छप्पन थारे,
- जहाँ पवन बहे संकल्प लिए, जहाँ पर्वत गर्व सीखातें हैं,
- तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी लड़खड़ाती संभल गयी,
- होली खेलन मैं आयी रे काले कलुआ से केहदो, बरसाने से मैं
saavariya sarakaar mere saavariya sarakaar,
bramha bhole karate mere kaanha ka darabaar,
mere saavariya sarakaar mero saavariya sarakaar.
mor mukut peetaambar dekh ke chanda bhi sharamaaye,
suranar muni jan keerati gaave man hi man harshaaye,
teeno lok ke kan kan ka hai too hi shreejan haar,
mero saanvariya sarakaar mere saavariya sarakaar…….
duryodhan ki meva tyaage saag vidur ghar khaai ,
beech sbha me bahan dropadi ki prbhu laaj bchaai,
beech bhavanr me naiya meri kar do beda paar,
mero saavariya sarakaar mero saavariya sarakaar…..
aaj dhara par ganga yamuna roti aas lagaae,
dharm bana vyaapaar kanhaiya kisako dard sunaaye,
haath jod vinati prbhu mori a jaao ek baar
mero saavariya sarakaar mero saavariya sarakaar…….
bramha bhole karate mere kaanha ke darabaar,