मेरे मन में बस गई रे
मैया जी तेरी सुरतिया
सुरतिया सुरतिया तेरी सुरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
लाल चुनरिया लगती प्यारी
सुन्दर है मुस्कान तुम्हारी
मोहे प्यारी लगती है
भवानी तेरी मूरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
कजरारे तेरे नैना कारे
मन को लागे प्यारे प्यारे
मेरी सुधबुध हर ले गई री
मैया जी तेरी सुरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
सुन पुकार माँ दौड़ी आवे
निज भक्तो की लाज बचावे
मेरो दुख हर ले गई रे
मैया जी तेरी सुरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
शेर की मैया जी करती सवारी
हाथ रखे त्रिशूल कटारी
मोपे जादू सो कर गई रे
मैया जी तेरी सुरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
मेरे मन में बस गई रे
मैया जी तेरी सुरतिया
सुरतिया सुरतिया तेरी सुरतिया
मेरे मन में बस गई री
मैया जी तेरी सुरतिया।।
गायक – प. राम अवतार शर्मा।