अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके।।
फैला जगत यश मान
राम की भक्ति करके।।
अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके
फैला जगत यश मान
राम की भक्ति करके।।
अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके।।
सरल नहीं था सागर तरना
सौ योजना के पार उतरन
तन मन कियो जल यानि
राम की भक्ति करके।।
अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके।।
फूक दया सोने की लंका
देयो बजाये राम का डंक।।
कहे अतुल बलवानी
राम की भक्ति करके।।
अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके।।
देने बाली चला अहिरावण
चाहा राम लखन को मारानी।।
हर लियो दानव प्राण
राम की भक्ति करके।।
आष्ट सिद्धि नव निधि के दाता
दियो वरदान जानकी मात।।
कियो है जगत कल्याण
राम की भक्ति करके।।
अमर हुए जी हनुमान
राम की भक्ति करके।।
- हे अंजनी के लाल लाल तूने करदिया बड़ा कमाल
- घूम रहा सोटा हनुमान जी सारी दुनिया में
- एक बार तो हाथ उठा दो मेरे हनुमान के लिए
- जीने का मज़ा तो बालाजी तेरे संग आया
- नित प्रेम की गंगा बहती है बाला जी तुम्हारे चरणों में
- जो राम नाम की बूटी पिला के मस्त बनाते
- ये मरघाट वाले बाबा का दरबार है
- बाला मेरा राम रसिया भक्तो का मन बसिया
- हे सुख में राम रटले हनुमान रटले
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke
Faila Jagat Yash Maan
Ram Ki Bhakti Karke
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke
Faila Jagat Yash Maan
Ram Ki Bhakti Karke
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke
Saral Nahi Tha Sagar Tarna
Sau Yojan Ke Paar Utarna
Tan Man Kiyo Jal Yaan
Ram Ki Bhakti Karke
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke
Fook Dayi Sone Ki Lanka
Deeyo Baajaye Ram Ka Danka
Kahaye Atul Balwan
Ram Ki Bhakti Karke
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke
Dene Bali Chala Ahirawan
Chaaha Ram Lakhan Ko Maran
Har Liyo Danav Praan
Ram Ki Bhakti Karke
Aasht Siddhi Nav Nidhi Ke Data
Diyo Vardaan Janki Mata
Kiyo Hai Jagat Kalyan
Ram Ki Bhakti Karke
Amar Hue Jee Hanuman
Ram Ki Bhakti Karke