जय जयकार करो हनुमत की
राम दूत अंजना के ललन की
मुक्ति मोक्ष के भागी बनोगे
नाम जो बजरंगी का लोग।।
राम का सेवक ये है निराला
सबको सुख देने वाला
मन में उसके दया बसी है
कर्ता ये भक्तो की भाली है।।
रघुवर का ये सेवक प्यारा
देता है ये सबको सहारा
वैसे मुक्त रहे वो बंदा
हनुमत का भक्त जो होगा
सिंदूरी तन बाला सेवक
अबला असयो का सहायक
अबलाओ की लाज बचाये
जब भी पुकारो दौड़ा आए।।
दुश्मन सब इनसे है डरते हैं
झुकते नमन इनको करते
थार थार इसे कापे दुर्जन
कहलता ये संकट मोचन।।
इनके आगे टिकट नहीं कोई त्यागी
भक्त सभी जाते हैं इंपे बलिहारी।।
हरदुम राम का नाम जपे जो
कभी रुके ना कभी थके जो
रामजी का कर्ता ये सुमिरन
राम का भक्त है ऐसा हनुमान
पाकर स्वामी की ये आज्ञा
पवन वेग से उदकर है जाता
स्वामी का हर हुकुम बजाये
अपना ये कर्तव्य निभाए
वीर हनुमत नाम है इसका
चर्चा जब में आम है इसका
त्रिभुवन में इसकी है ख्याति
जाने इसको दुनिया सारी
बालशाली है ये बलवाना
वीर है अंजनी मां का लाला
सेवक है ये बड़ा ही प्यारा
राम पे तन मन इसे वर।।
रघुवर इसको गले लगते
स्नेह अपना ऐसे जटाते
राम ने इसको सखा मन
राम का ये ऐसा है दीवाना
राम का दास नहीं कोई बजरंगी जैसा
गरवा तभी तो करती है इस्पे मां अंजना
हनुमान के जो है पुजारी
भीड़ ना आती उनपे भारी
रहते हैं वो सुख शांति से
कृपा वो पाते बजरंगी से
हनुमान का करे जो सुमिरन
उनकी रक्षा करते हनुमान
दुविधाओ से उनको बचाते
कश्तो को उनके वो मिटाते ।।
पग पग पर उनको दे सहारा
दुख से पाए वो छुटकारा
बिगडे काम संवर्ते उनके
भंडारे भी भरते उनके।।
हनुमान का करे जो सुमिरन
सुखमय हो उनका जीवन
जो हनुमान को मन में बसाये
उनपर कोई आच ना आए।।
ऐसे मुक्त रहे वो प्राणि
हनुमान की गई जो वाणी
दूर रहे उनको हर संकट
काम बने सब उनके झटपट
अपने मन में धारते है
जो हनुमान का ध्यान
उनकी मुश्किल का हल
करते हैं हनुमान।।
- मेहंदीपुर और सालासर में रूका शिव अवतारी का
- मन में उठी हनुमान लहरी
- ले खडताल जपे हनुमान जय सिया राम
- मेरे दरवाजे पे हनुमान का पहरा होता है
- सालासर बाबा तुमको आना होगा भक्तो का मान बदाना होगा
Jai Jaikar Karo Hanumat Ki
Ram Doot Anjana Ke Lalan Ki
Mukti Moksha Ke Bhaagi Banoge
Naam Jo Bajrangi Ka Loge
Ram Ka Sevak Ye Hai Nirala
Sabko Sukh Pahuchane Wala
Man Mein Uske Daya Basi Hai
Karta Ye Bhakto Ki Bhali Hai
Raghuvar Ka Ye Sevak Pyara
Deta hai Ye Sabko Sahara
Vaise Mukt Rahe Vo Banda
Hanumat Ka Bhakt Jo Hoga
Sindoori Tan Bala Sevak
Abla Asayo Ka Sahayak
Ablao Ki Laaj Bachaye
Jab Bhi Pukaro Dauda Aaye
Dusht Sabhi Inse Hai Darte Hai
Jhukte Naman Inko Karte
Thar Thar Isse Kaape Durjan
Kehlata Ye Sankat Mochan
Inke Aage Tikta Nahi Koi Atyachari
Bhakt Sabhi Jaate Hai Inpe Balihaari
Hardum Ram Ka Naam Jape Jo
Kabhi Ruke Naa Kabhi Thake Jo
Ramji Ka Karta Ye Sumiran
Ram Ka Bhakt Hai Aisa Hanuman
Paakar Swami Ki Ye Aagya
Pawan Veg Se Udkar Hai Jata
Swami Ka Har Hukum Bajaye
Apna Ye Kartvya Nibhaye
Veer Hanumat Naam Hai Iska
Charcha Jab Mein Aam Hai Iska
Tribhuvan Mein Iski Hai Khyati
Jaane Isko Duniya Saari
Balshaali Hai Ye Balvana
Veer Hai Anjani Maa Ka Lala
Sevak Hai Ye Bada Hi Pyara
Ram Pe Tan Man Isne Vara
Raghuvar Isko Gale Lagate
Sneh Apna Aise Jatate
Ram Ne Isko Sakha Mana
Ram Ka Ye Aisa Hai Deewana
Ram Ka Das Nahi Koi Bajrangi Jaisa
Garva Tabhi To Karti Hai Ispe Maa Anjana
Hanuman Ke Jo Hai Pujari
Bheed Naa Aati Unpe Bhari
Rehte Hai Vo Sukh Shanti Se
Kripa Vo Paate Bajrangi Se
Hanuman Ka Kare Jo Sumiran
Unki Raksha Karte Hanuman
Duvidhao Se Unko Bachate
Kashto Ko Unke Vo Mitate
Pag Pag Par Unko De Sahara
Dukh Se Paaye Vo Chhutkara
Bigade Kaam Sanwarte unke
Bhandare Bhi Bharte Unke
Hanuman Ka Kare Jo Sumiran
Sukhmay Ho Unka Jeevan
Jo Hanuman Ko Man Mein Basaye
Unpar Koi Aach Naa Aaye
Aise Mukt Rahe Vo Praani
Hanuman Ki Gaye Jo Vaani
Door Rahe Unse Har Sankat
Kaam Bane Sab Unke Jhatpat
Apne Man Mein Dharte Hai
Jo Hanuman Ka Dhyan
Unki Mushkil Ka Hal
Karte Hai Hanuman