धोला गिरी पर्वत को सिर पे लेके आये रे भजन लिरिक्स

शक्ति वान लगे लक्ष्मण को व्याकुल हुए राम राई रे
बजरंगी विपदा की घड़ी में तनिक न देर लगाये रे
धोला गिरी पर्वत को सिर पे लेके आये रे।।

वैद बोले सूर्या उधे से पेहले यदि आएगा,
मृत संजीवनी बूटी जान को बचाएगा
देर जो हुई जान बचने न पाए रे
धोला गिरी पर्वत को सिर पे लेके आये रे।।

पर्वत पे संजीवनी पहचान नही पाए रे
बजरंगी पर्वत उखाड़ के ही ले आये ले
संकट मोचन संकट राम प्रभु के मिटाए रे
धोला गिरी पर्वत को सिर पे लेके आये रे।।

Shakti Baan Lage Lakshman Ko Vyakul Hue Ram Rai Re
Bajarangi Vipda Ki Ghadi Mein Tanik Na Der Lagaye Re
Dhola Giri Parvat Ko Sir Pe Leke Aaye Re

Vaid Bole Surye Udhe Se Pehale Yadi Aega,
Mrt Sanjivani Buti Jan Ko Bachaega
Der Jo Hui Jan Bachane Na Pae Re
Dhola Giri Parvat Ko Sir Pe Leke Aaye Re

Parvat Pe Sanjivani Pahachan Nahi Pae Re
Bajarangi Parvat Ukhad Ke Hi Le Aye Le
Sankat Mochan Sankat Ram Prabhu Ke Mitae Re
Dhola Giri Parvat Ko Sir Pe Leke Aaye Re

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