मेरे बाबा ज्योत पर आजा
इब अपने दर्श करा जा
ये दुनिया देखे खड़ी खड़ी
मेरे बाबा ज्योत पर आजा।।
तेरे सिर पे मुकट विराजे तेरे कानो में कुंडल साजे
कुंडल की चमके लड़ी लडी
मेरे बाबा ज्योत पर आजा।।
तेरे हाथ में गधा विराजे तेरे गल में माला साजे,
माला की चमके लडी लडी
मेरे बाबा ज्योत पर आजा।।
मैं भजन करुगी तेरा तेरा मेहंदीपुर में डेरा
यो विपदा हर ले बड़ी बड़ी
मेरे बाबा ज्योत पर आजा।।