Bhajan & Lyrics Details
सालासर गयी थी बाबा का रंग चढ़ गया Salasar Gayi Baba Ka Rang Chad Gaya
सालासर गयी थी बाबा का रंग चढ़ गया,
बाबा जी पै गई थी बाबा का रंग चढ़ गया।।
सास न मैं ले गई हे सुसरा भी संग चढ़ गया,
सास धोक मारे हे सुसर तो मुद्दा पड़ गया,
पड़ गया पड़ गया पड़ गया हे सालासर रुक्का पड़ गया।।
जेठानी न मैं ले गई हे जेठा भी गैल्या चढ़ गया,
जेठानी धोक मारे हे जेठ तो मुद्दा पड़ गया,
पड़ गया पड़ गया पड़ गया हे सालासर रुक्का पड़ गया।।
दोराणी न मैं ले गई हे देवर भी गैल्या चढ़ गया,
जेठानी धोक मारे हे जेठ तो मुद्दा पड़ गया,
पड़ गया पड़ गया पड़ गया हे सालासर रुक्का पड़ गया।।
नंदी न मैं ले गई हे नन्दोंईया गैल्या चढ़ गया,
नंदी धोक मारे हे नन्दोंईया तो मुद्दा पड़ गया,
पड़ गया पड़ गया पड़ गया हे सालासर रुक्का पड़ गया।।