जब टुट जाता हूँ अपनों के सताने से श्याम भजन लिरिक्स

जब टुट जाता हूँ,
अपनों के सताने से,
मुझे बुला लिया खाटू,
बाबा ने बहाने से,
साँवरा करता मुझे कितना प्यार।।

मेरी आँख के आंसू,
वो देख नहीं पाया,
मुस्कान चेहरे की,
वापस मेरी लाया,
खुश हो गया मेरा दिल,
इसके समझाने से,
मुझे बुला लिया खाटू,
बाबा ने बहाने से,
साँवरा करता मुझे कितना प्यार।।

जैसे ही मैं आया,
मेरे श्याम के दर पे,
रख दिया प्यार से हाथ,
बाबा ने मेरे सर पे,
सौगात दी मुझको,
अपने खजाने से,
मुझे बुला लिया खाटू,
बाबा ने बहाने से,
साँवरा करता मुझे कितना प्यार।।

‘कुंदन’ मेरी किस्मत,
मुझे ऐसा मिला दाता,
तकदीर मेरी अपने,
ये हाथो से सजाता,
पीछे नहीं हटता,
रिश्ता निभाने से,
मुझे बुला लिया खाटू,
बाबा ने बहाने से,
साँवरा करता मुझे कितना प्यार।।

जब टुट जाता हूँ,
अपनों के सताने से,
मुझे बुला लिया खाटू,
बाबा ने बहाने से,
साँवरा करता मुझे कितना प्यार।।

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