जी भर नचा ले हमको,
तेरे दरबार में,
तेरे दरबार में,
दुनिया के आगे नाचूं,
वो दिन ना आये।।
हम तेरे हो जाएँ,
यही एहसान काफी है,
फिर जीवन में मेरे,
ना कुछ अरमान बाकी है,
किसी और की फिर हमको,
नहीं दरकार है,
नहीं दरकार है,
दुनिया के आगे नाचूं,
वो दिन ना आये।।
ये दुनिया वाले तो,
लाज के पीछे रहते हैं,
थोड़ी सी मदद करके,
ज़माने भर में कहते हैं,
दूर ही रखना हमको,
ऐसे संसार से,
ऐसे संसार से,
दुनिया के आगे नाचूं,
वो दिन ना आये।।
मेरी धड़कन तुम ही हो,
मेरा तो जीवन तुम ही हो,
बस इतना समझ लो श्याम,
मेरा तो सब कुछ तुम ही हो,
चौखट पे तेरी बाबा,
मेरा परिवार है,
मेरा परिवार है,
दुनिया के आगे नाचूं,
वो दिन ना आये।।
जी भर नचा ले हमको,
तेरे दरबार में,
तेरे दरबार में,
दुनिया के आगे नाचूं,
वो दिन ना आये।।