जो तुम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम भजन लिरिक्स

जो तुम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम,
तेरे ही देने से बनता है मेरा काम,
जो तूम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम।।

मेरे दिल की कान्हा हर बात समझते हो,
तुम मेरे घर के सब हालत समझते हो,
तुमसे ही राहत है तुझसे ही आराम,
जो तूम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम।।

हम जैसे गरीबो की रोटी है तू कान्हा,
ये हमने है जाना बस तुमने है जाना,
मैं कैसे खाता हूँ दुनिया है ये अनजान,
जो तूम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम।।

कहता है भगत तुझसे हर चीज ये तेरी है,
बस बची कूची बाबा ये लाज मेरी है,
ये भी सौंपी तुझको ये हरदम रखना ध्यान,
जो तूम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम।।

जो तुम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम,
तेरे ही देने से बनता है मेरा काम,
जो तूम नहीं दोगे फिर कौन देगा श्याम।।

https://www.youtube.com/watch?v=MBAlfj03cX0

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