मेरा स्वामी सांवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया,
जनम जनम तक साथ रहे,
मेरा सांचा श्याम पिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
मन में यही विश्वास है,
हर पल मेरे पास है,
चिंता फिकर अब कोई नही,
रिश्ता हमारा खास है,
चिंतन में नट नागरिया,
मैं तो उनकी बावरिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
प्रेम सुधा छलकाता है,
रस भरे बोल सुनाता है,
सर पर हाथ घुमाता है,
रोम रोम हरषाता है,
प्रीत मेरी मन गागरिया,
मैं तो उनकी बावरिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
ना जाने किन कर्मो से,
ऐसा स्वामी पाया है,
एक जनम की बात नही,
जनम जनम महकाया है,
अंतरमन बजे बांसुरिया,
मैं तो उनकी बावरिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
जब भी जन्म मिलें मुझको,
तेरा प्रभु गुणगान करूँ,
नाँचू बनके जोगनिया,
श्री चरणों का ध्यान धरूँ,
‘नंदू’ बजे नित पायलियाँ,
मैं तो उनकी बावरिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
मेरा स्वामी सांवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया,
जनम जनम तक साथ रहे,
मेरा सांचा श्याम पिया,
मेरा स्वामी साँवरिया,
मैं तो उनकी बावरिया।।
Pingback: गौतम जी री पावडीया आडी पर्वत भारी मेले हालो तो भजन लिरिक्स – Bhajan Collections