राजस्थानी भजन धर्म पर मर जाना कोई बड़ी बात नहीं भजन लिरिक्स
धर्म पर मर जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
धर्म पर डता हरिचन्द्र दानी,
काशी में बेच लड़का राणी,
फिर वो भरिया कलवा घर पानी,
बीके तो बिक जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
धर्म पर डटा मोरध्वज दानी,
सुत के सर धर दीनी आरी,
संग में लेली अपनी नारी,
कटे तो कट जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
धर्म पर डटा प्रहलाद प्यारा,
पिता से वेर बांधा न्यारा,
जलते खंभ पे हाथ रे डारा,
जले तो जल जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
ये दास कबीर की वाणी,
वाणी तो विरला जानी,
धर्म पर मिट जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
धर्म पर मर जाना,
कोई बड़ी बात नहीं,
कोई बड़ी बात नहीं,
धर्म पर मर जाणा,
कोई बड़ी बात नहीं।।
- तेरी मोर छड़ी का झाड़ा लग जाए सांवरे भजन लिरिक्स
- अहसान तेरा कैसे उतारे जीते है बाबा हम तो तेरे सहारे
- सांवरे की महफिल लगे खाटू में भजन लिरिक्स
- पीरजी पधारो सतगुरु देव कर जोडा थाने अर्ज करा
Pingback: क्यों रूठ गई वृषभान लली हमें तेरा ही एक सहारा है लिरिक्स – Bhajan Collections
Pingback: मंदिर में आओ मोहन दर्शन को भीड़ है भजन लिरिक्स – Bhajan Collections