लियो लियो हरी अवतार अजमल आंगनीये भजन लिरिक्स

लियो लियो हरी अवतार,
अजमल आंगनीये।

दोहा – हालो हरजी देवरे,
मिलसी रामापीर,
दुखीया रा दुख मेटसी,
बाबो साजा करे शरीर।
हरजी ने हरी मिलीया,
आडे मार्ग आय,
पूजन दिनो घोडलो बाबा,
दूध पीवन ने गाय।

लियो लियो हरी अवतार,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

एक धारू रे घर जमलो जगायो,
एक धारू रे घर जमलो जगायो,
ए रानी रूपादे वटे हरी जश गायो,
ए रानी रूपादे वटे हरी जश गायो,
ए थाली में बाग लगाय,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

जैसल डाकु बाबा देवरे आयो,
जैसल डाकु बाबा देवरे आयो,
सिद्ध चरनो मे बाबा शिश झुकायो,
सिद्ध चरनो मे बाबा शिश झुकायो,
अरे तोरल करदी उनरी सहाय,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

पाँच पीर मक्का सु आया,
पाँच पीर मक्का सु आया,
आय धणी ने वचन सुनाया,
आय धणी ने वचन सुनाया,
अरे मक्का सु कटोरा मंगाय,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

तल्लो भगत पर आपत आयी,
तल्लो भगत पर आपत आयी,
चढने बाबो करी रे सहाई,
लीले चढने बाबो करी रे सहाई,
ए धड सु माथो रे जोडाय,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

ऊंच नीच रो भेद मिटायो,
ऊंच नीच रो भेद मिटायो।
डाली बाई रो बाबा मान बढायो,
डाली बाई रो बाबा मान बढायो,
ओतो माली छवर जश गाय,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

लियो लियो हरी अवतार,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये,
अरे आयो आयो द्वारका रो नाथ,
अजमल आंगनीये,
झूले बाबो पालनीये।।

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