सांवरा म्हारी प्रीत निभाज्यो जी भजन लिरिक्स
सांवरा म्हारी प्रीत निभाज्यो जी,म्हारी प्रीत निभाज्यो जी।। थे छो म्हारा गुण रा सागर,अवगुण म्हारो मति ध्याजो जी,लोकन धीजै मन न पतीजै,मुखडारा सबद सुणाज्यो जी,साँवरा म्हारी प्रीत निभाज्यो जी,म्हारी प्रीत निभाज्यो जी।। दासी थारी जनम जनम री,म्हारे आंगणा रमता आज्यो…