बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल – Badi Nazuk Hai Ye Manzil (Jagjit Singh, Joggers’ Park)  
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल – Badi Nazuk Hai Ye Manzil (Jagjit Singh, Joggers’ Park)  

बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल – Badi Nazuk Hai Ye Manzil (Jagjit Singh, Joggers’ Park)  

बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल – Badi Nazuk Hai Ye Manzil (Jagjit Singh, Joggers’ Park)
 
Movie/Album: जॉगर्स पार्क (2003)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: ज़मीर काज़मी
By: जगजीत सिंह

बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल, मोहब्बत का सफ़र है
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल…

कोई सुन ले ना ये क़िस्सा, बहुत डर लगता है
मगर डरने से क्या हासिल
मगर डरने से क्या हासिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल…

बताना भी नहीं आसाँ, छुपाना भी कठिन है
ख़ुदाया किस क़दर मुश्किल
ख़ुदाया किस क़दर मुश्किल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल…

उजाले दिल के फैले हैं, चले आओ ना जानम
बहुत ही प्यार के क़ाबिल
बहुत ही प्यार के क़ाबिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल…

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