जब भी कोई हसीना – Jab Bhi Koi Haseena (K.K., Hera Pheri)  
जब भी कोई हसीना – Jab Bhi Koi Haseena (K.K., Hera Pheri)  

जब भी कोई हसीना – Jab Bhi Koi Haseena (K.K., Hera Pheri)  

जब भी कोई हसीना – Jab Bhi Koi Haseena (K.K., Hera Pheri)
 
Movie/Album: हेरा फेरी (2000)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
 By: के.के.

जब भी कोई हसीना देखूँ
मेरे दिल के तार बाजे बार-बार
छना छन छना ना नू
छना छन छना ना ना
छना छन छना ना नम
छम छम छम छमा छम
जब भी कोई हसीना…

मरती हैं मुझपे कुड़ियाँ ये सारी
कुछ तो है बात मुझमें कसम से
क्या कहना मेरा, मैं और कहूँ क्या
जो पूछना है पूछो सनम से
जब भी कोई हसीना…

क्यों मेरे पीछे आती हैं ये सब
मैं भागता हूँ इन सब से बच के
दिल इनका लेता हूँ, दिल इनको देता हूँ
धीरे से चोरी से और थोड़ा हँस के
जब भी कोई हसीना…

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