Tabaahi Lyrics – Abhinav Shekhar-तबाही
DETAILS :
Song Title: Tabaahi
Lyrics by: Abhinav Shekhar
Singer: Abhinav Shekhar
Composer: Abhinav Shekhar
FULL LYRICS :
वा!
मेरा भाई फुल हाइ क्यूँ
वेट
तीस इस नो स्मोकिंग ज़ोन
तबाही है तबाही
तबाही है तबाही
सारे बोलें मेरे यार भाई
तू तबाही है तबाही
धुआँ घुसा पड़ा है
कब से तेरे मस्तिष्क में
धड़ तेरा धारा पे
पर उड़े तू अंतरिक्ष में
तबाही है तबाही
तबाही है तबाही
सारे बोलें मेरे यार भाई
तू तबाही है तबाही
दूसरों को छ्चोड़
खुद को देख तू आईने में
कमियाँ निकाल मिलती
ठंडक क्या सीने में
आज़मा के देख तेरे शब्द कितने फेक
ना तो अपने खुश हैं तुमसे
क्या रखा है ऐसे जीने में
हन!
क्या रखा है ऐसे जीने में
ऐसे जीने में जीने में
क्या रखा है ऐसे जीने में
पहचान हो नगीने में
नाम ऐसा चाहिए
चाहीँ मेरे सीने में
दाम ऐसा चाहिए
बहते पसीने में
आराम ऐसा चाहिए
के आए मज़ा जीने
काम ऐसा चाहिए
तबाही है तबाही
तबाही है तबाही
मेरी बातें वो तबाही
जो मचाए है तबाही
कड़वी घूँट सरीखा
अर्रे भाई भाई भाई
अर्रे भाई भाई भाई
तबाही है तबाही
तबाही है तबाही
सारे बोलें मेरे यार भाई
तू तबाही है तबाही
घूमते गली सिरहाने
रख के खुद की पहचाने
फिर भी माने खुद को शाने
जाके नाके पे ही लगती
इनकी अकल ठिकाने
यह जोशीले जो गये थे
अब नशीले बन के आ रहे
थोड़े लापता से
थोड़े हैं खफा से
खुद को डोर क्यों रखा है
तुमने अपनों के वफ़ा से
बोलो क्यों रख है
हर दफ़ा से उन्न वफ़ा से क्यों
क्यों रखा है
ज़िंदगी तो एक है
खुशगी खुशी बिताना है
होश में ना रह सके
तो खाक दिल लगाना है
आख से सूडान से
फिसल रहे लगाम से
संभाल गये तो ठीक
वरना बुरा ज़माना है
हालत थोड़ी टाइट है आहा
खुद से ही फाइट है
सेल्फ़ मोटिवेशन की ज़रूरत है गुरु
हॅंगओवर ख़तम अब तबाही शुरू
तबाही है तबाही
तबाही है तबाही
सारे बोलें मेरे यार भाई
तू तबाही है तबाही
तबाही है तबाही