Title – ये अंजान राहें Lyrics
Movie/Album- राख और चिंगारी Lyrics-1982
Music By- रतनदीप हेमराज
Lyrics- ताजदार राज
Singer(s)- मोहम्मद रफी, चंद्रानी मुख़र्जी
ये अंजान राहें, ये मंज़िल पराई
मुझे ज़िंदगी तू कहाँ ले के आई
ये अंजान राहें…
किस्मत ने वो ठोकर मारी
दिल का शीशा टूट गया
प्यार की महफ़िल रास ना आई
यार का दामन छूट गया
साया बनकर साथ चलेगी
जीवन भर ये तन्हाई
ये अंजान राहें…
आज मेरी मजबूर वफ़ा खुद
मेरे लिए इल्ज़ाम हुई
रूठ गये हैं गीत मिलन के
दर्द में डूबी शाम हुई
जाने किस दिन टूटेगी अब
साँसों की ये शहनाई
ये अंजान राहें…