कहाँ छोड़ गए गोपाल बिलखती कलियुग में
दोहा – हे कान्हा कहा छोड़ गए, अर्जी कर कर हारी, आणि कलयुग के मायने, फिरती मारी मारी। गौ माता बिलखत रही, आणि कलयुग र माय, गौ माता भूखा मरे, और कुता बिस्किट खाय। किस्मत से हरि नाम मिला, वरना ऐसी कोई बात नाही, क्या मैं गाऊ क्या सुनाऊं, इतनी मेरी ओकाद नाही। कहाँ छोड़ …