गोविन्द चले आओ, गोपाल चले आओ
हे मुरलीधर मोहन मेरे श्याम चले आओ
मेरी नाव भावर में है, और दूर किनारा है
तुम बिन ना कोई दूजा प्रभु और सहारा है
बन कर के माझी तुम मेरी और चले आओ
गोविन्द चले आओ…
मेरे दिल की धड़कन में बस तू ही समाया है
ऐ दिलबर मेरे दिल को, तेरा नूर ही भाया है
मेरे आशिआने में इक बार चले आओ
गोविन्द चले आओ…
तुम सुख के सागर हो कण कण में समाए हो
हे प्राण प्रिय तुम तो मेरे दिल में समाए हो
पल पल है पुकारा तुम्हे, श्री कृष्ण चले आओ
गोविन्द चले आओ…
कोई संगी नहीं साथी जीवन में अकेला हूँ
बस तुझसे लगन है लगी, मैं इक अलबेला हूँ
‘हरी राम’ पुकारे तुझे वासुदेव चले आओ
गोविन्द चले आओ…
govind chale aao gopal chale aao
govind chale aao, gopaal chale aao,
mere muraleedhar maadhav, nandalaal chale aao,
govind chale aao, gopaal chale aao
aankhon me base ho tum, dhadakan me dhadakate ho,
kuchh aisa karo mohan, saanson me samaan jaao,
govind chale aao, gopaal chale aao ..
tere darshan ko mohan, mere nain tarasate hai,
hai arz meri mohan, ab aur na tarasaao,
govind chale aao, gopaal chale aao ..
ik shart zamaane se, prbhu hamane laga li hai,
ya hamako bula lo tum, ya khud hi chale aao,
govind chale aao, gopaal chale aao…
govind chale aao, gopaal chale aao,
mere muraleedhar maadhav, nandalaal chale aao,
govind chale aao, gopaal chale aao