सच्चा है दरबार माँ झंडे वाली का
नाम जपे संसार पहाड़ों वाली का
बाण गंगा में नहा के माँ चरण पदुका जा के
फिर गर्भ जून से हो के सांझी छत्त पे हम आते
है दिन खुशहाली का नाम जपे संसार पहाड़ों वाली का
माँ जय जैकार लगाते पिण्डीओं के दर्शन पा के
फिर नारियाल फूल चढ़ा के माँ के हम दर्शन पाते
है दिन खुशहाली का नाम जपे संसार पहाड़ों वाली का
माँ तेरे दर से आ के फिर ज्योति तेरी जगा के
कंजकाओं का पूजन करके माँ मन चाहा फल पाते
है दिन खुशहाली का नाम जपे संसार पहाड़ों वाली का
- झुलनी पे सेठ सांवरो झुलवा ने जावे सा,
- खाले बाजरे की रोटी हनुमान, तू चूरमे न भूल जावेलो॥
- माँ मुझे सुरों का ज्ञान दे नित गाऊ तेरी मैं वंदना॥ शारदा सुमन अर्पित करू तेरी करू अराधना
- हम कब से पड़े है शरण है तुम्हारी सुनलो सावंरिया , हम कोई गैर नहीं
- ऐसी कृपा करो भगवान् हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
- ਧੂਣਾ ਤੇਰੇ ਹੀ ਨਾਮ ਦਾ ਲਾਇਆ, ਐਥੇ ਆਜਾ ਪੌਣਹਾਰੀਆ ॥ ਤੇਰੇ ਭਗਤਾਂ ਨੇ,,,,,,,,ਜੈ ਹੋ,
- धुना तेरे ही नाम दा लाया,इथे आजा पौनाहरिया ॥ तेरे भगता ने…. जय हो,
- गुरुदेव कृपा करके मेरी बात बनादो ना,
sacha hai darbar jhande wali ka naam jape sansar pahado vali ka
sachcha hai darabaar ma jhande vaali kaa
naam jape sansaar pahaadon vaali kaa
baan ganga me naha ke ma charan paduka ja ke
phir garbh joon se ho ke saanjhi chhatt pe ham aate
hai din khushahaali ka naam jape sansaar pahaadon vaali kaa
ma jay jaikaar lagaate pindeeon ke darshan pa ke
phir naariyaal phool chadaha ke ma ke ham darshan paate
hai din khushahaali ka naam jape sansaar pahaadon vaali kaa
ma tere dar se a ke phir jyoti teri jaga ke
kanjakaaon ka poojan karake ma man chaaha phal paate
hai din khushahaali ka naam jape sansaar pahaadon vaali kaa
sachcha hai darabaar ma jhande vaali kaa
naam jape sansaar pahaadon vaali kaa
Punjabi Bhajan lyrics ਸੱਚਾ ਹੈ ਦਰਬਾਰ ਮਾਂ ਝੰਡੇ ਵਾਲੀ ਕਾ
ਸੱਚਾ ਹੈ ਦਰਬਾਰ ਮਾਂ ਝੰਡੇ ਵਾਲੀ ਕਾ
ਨਾਮ ਜਪੇ ਸੰਸਾਰ ਪਹਾੜੋਂ ਵਾਲੀ ਕਾ
ਬਾਣ ਗੰਗਾ ਮੇਂ ਨਹਾ ਕੇ ਮਾਂ ਚਰਨ ਪਾਦੁਕਾ ਜਾ ਕੇ
ਫਿਰ ਗਰਭ ਜੂਨ ਸੇ ਹੋ ਕੇ ਸਾਂਝੀ ਛੱਤ ਪੇ ਹਮ ਆ ਕੇ
ਹੈ ਦਿਨ ਖੁਸ਼ਹਾਲੀ ਕਾ ਨਾਮ ਜਪੇ ਸੰਸਾਰ ਪਹਾੜੋਂ ਵਾਲੀ ਕਾ
ਮਾਂ ਜੈ ਜੈਕਾਰ ਲਗਾਤੇ ਪਿੰਡੀਓ ਕੇ ਦਰਸ਼ਨ ਪਾਕੇ
ਫਿਰ ਨਾਰੀਅਲ ਫੂਲ ਚੜ੍ਹਾ ਕੇ ਮਾਂ ਕੇ ਹਮ ਦਰਸ਼ਨ ਪਾਤੇ
ਹੈ ਦਿਨ ਖੁਸ਼ਹਾਲੀ ਕਾ ਨਾਮ ਜਪੇ ਸੰਸਾਰ ਪਹਾੜੋਂ ਵਾਲੀ ਕਾ
ਮਾਂ ਤੇਰੇ ਦਰ ਸੇ ਆਕੇ ਫਿਰ ਜਯੋਤੀ ਤੇਰੀ ਜਗਾ ਕੇ
ਕੰਜਕੋਂ ਕਾ ਪੂਜਣ ਕਰਕੇ ਮਾਂ ਮਨ ਚਾਹਾ ਫਲ ਪਾਤੇ