तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी लड़खड़ाती संभल गयी,
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
यह तो मेरे सनम का कमाल है,
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी लड़खड़ाती संभल गयी,
जिस घर में जलती ज्योत तेरी,
उस घर की हालत सुधर गयी,
वहां मौत भी करवाहट बदल गयी,
यह तो लड़खड़ाती संभल गयी,
तेरे दर…..
जिस तन में बस गयी सूरत तेरी,
उस मन की कलख धूल गयी,
इंसान तो क्या हेहवानो की तेरे नाम की फिसरत बदल गयी,
यह तो लड़खड़ाती संभल गयी,
तेरे दर…..
जिस घर मे जलती ज्योत तेरी,
उस घर की हालत सुधर गई,
वहा मौत वी करवट बदल गई यह तो लड़खड़ाती संबल गई,
तेरे दर…..
जब मैंने खुदा के नूर को,
महसूस दिल से है किया,
तेरे कर्म से या खुदा मेरी भी बिगड़ी सम्बल गई,
तेरे दर…..
बोल बांके बिहारी लाल की जय
जय जय श्री राधे
- दिल ने दिल भरके ना देखी मूर्ति सिया राम की, याद आती है कलेजे में मेरे भगवान की,
- बजरंगी लाये खबरिया राम आये नगरिया, आये नगरिया हो आये नगरिया…
- तुम रूठे रहो मोहन हम तुम्हे मना लेंगे॥ अहो मे असर होगा घर बेठे बुला लेंगे॥
- मैया ये जीवन हमारा आप के चरणों में है ॥ दीन दुखियो का सहारा
- आने से उस के आए बहार जाने से उस के जाए बहार
- इतनी सी क्रपा मुझ पर करदो , अपने चरणों की दो मुझे गुलामी,
- खाटू में उन से मुलाकात हो गयी खाटू में उन से मुलाकात हो गयी
- राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से , मैया करादे मेरो ब्याह,
tere dar pe aake zindagi meri ladkharati sambal gai
tere dar pe aake zindagi meri ladkhadaati sanbhal gayi,
yah to teri nazar ka kamaal hai,
yah to mere sanam ka kamaal hai,
tere dar pe aake zindagi meri ladkhadaati sanbhal gayee
jis ghar me jalati jyot teri,
us ghar ki haalat sudhar gayi,
vahaan maut bhi karavaahat badal gayi,
yah to ladkhadaati sanbhal gayi,
tere dar…
jis tan me bas gayi soorat teri,
us man ki kalkh dhool gayi,
insaan to kya hehavaano ki tere naam ki phisarat badal gayi,
yah to ladkhadaati sanbhal gayi,
tere dar…
jis ghar me jalati jyot teri,
us ghar ki haalat sudhar gi,
vaha maut vi karavat badal gi yah to ladkhadaati sanbal gi,
tere dar…
jab mainne khuda ke noor ko,
mahasoos dil se hai kiya,
tere karm se ya khuda meri bhi bigadi sambal gi,
tere dar…
bol baanke bihaari laal ki jay
jay jay shri radhe
tere dar pe aake zindagi meri ladkhadaati sanbhal gayi,
yah to teri nazar ka kamaal hai,
yah to mere sanam ka kamaal hai,
tere dar pe aake zindagi meri ladkhadaati sanbhal gayee