लुट्टी लुट्टी बथेरी मौज लुटी, जदो दा तेरा लढ़ फडिया॥

लुट्टी लुट्टी बथेरी मौज लुटी,
जदो दा तेरा लढ़ फडिया॥

अपने बेगानिया ने फेर लिया अखियाँ,
असी ता उमीदा श्यामा तेरे उते रखिया,
मैं ता डोर तेरे हाथ सुट्टी,
बथेरी मौज लुटी….

जदों दा प्यार श्यामा तेरे नाल पा लिया,
इस दुनिया तो पल्ला मैं छुड़ा लिया,
मैं ता होर कमा तो छुटी,
बथेरी मौज लुटी….

जदों दी श्यामा मै वृदांवन आई,
इस दुनिया दी होश भुलाई,
मैं ता तेरी हो चुकी,
बथेरी मौज लुटी….

दर तेरे दा श्यामा सोहना नजारा,
दुनिया तो ऐ वखरा नयारा,
सारी दुनिया तेरे पीछे लगी
बथेरी मौज लुटी….

 

 

lutti lutti btheri mauj luti,
jado da tera ladah phadiyaa..

apane begaaniya ne pher liya akhiyaan,
asi ta umeeda shyaama tere ute rkhiya,
mainta dor tere haath sutti,
btheri mauj luti…

jadon da pyaar shyaama tere naal pa liya,
is duniya to palla mainchhuda liya,
mainta hor kama to chhuti,
btheri mauj luti…

jadon di shyaama mai vridaanvan aai,
is duniya di hosh bhulaai,
mainta teri ho chuki,
btheri mauj luti…

dar tere da shyaama sohana najaara,
duniya to ai vkhara nayaara,
saari duniya tere peechhe lagee
btheri mauj luti…

lutti lutti btheri mauj luti,
jado da tera ladah phadiyaa..

 

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