ऊँचे पहाड़ो पर बैठी माँ ऊँचे पहाड़ो पर भजन लिरिक्स

ऊँचे पहाड़ो पर बैठी माँ
ऊँचे पहाड़ो पर
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला
लाखो हजारो में सुनो भाई
लाखो हजारो में
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला।।

फिल्मी तर्ज भजन = हुस्न पहाड़ो का।

ऊँचे ऊँचे पर्वत चढ़ते जाए
पाँवो में छाले पड़ जाए
जयकारा माता का लगाए
जयकारा माता का लगाए
ऊँची अावाजो में सुनो भाई
ऊँची अवाजो में
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला।।

मन में जो उम्मीदे लाए
मन की मुरादे ले कर जाए
कोई यहाँ से न खाली जाए
कोई यहाँ से न खाली जाए
महिमा निराली हैयहाँ की
महिमा निराली है
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला।।

जो एक बार यहाँ पर आए
वो हर बार यहाँ पर आए
माँ के बिना वो रह नही पाए
माँ के बिना वो रह नही पाए
करती है भक्तो परदया माँ
करती है भक्तो पर
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला।।

ऊँचे पहाड़ो पर बैठी माँ
ऊँचे पहाड़ो पर
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला
लाखो हजारो में सुनो भाई
लाखो हजारो में
क्या कहना कि बारहो महिने
लगे भक्तो का मैला।।

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