बजरंग बलि मेरे दाता तेरे द्वार पे जो भी आता,
उसकी नैया फिर तू ही संभाले भव सागर से पार लगाता,
बजरंग बलि मेरे दाता तेरे द्वार पे जो भी आता।।
कहलाता है अंजनी पुत्र तू अमंगल को मंगल करता है,
भुत प्रेत फिर निकट ना आवे नाम तेरा जो गाता है ,
बजरंग बलि मेरे दाता तेरे द्वार पे जो भी आता।।
है तुझसे न कोई बलशाली सारी लंका को तूने जला डाली,
संकट मोचन नाम तुम्हारा हर संकट से बचाता है,
बजरंग बलि मेरे दाता तेरे द्वार पे जो भी आता।।
- सरकार बालाजी वीर हनुमत करें चमत्कार रोज भारी
- रामदूत शंकर सुवन तुम बल बुद्धि निधान पवन पुत्र हनुमान महावीर
- झंडा हनुमान का सालासर धाम का
- मेरी नैया पार लगा दे हो हे हनुमान गदाधारी
- उड उड चले पवन सूत रावण की लंका जलाने
- रामदूत हनुमान तुम्हारा क्या कहना
Bajrang Bali Mere Data
Tere Dwar Pe Jo Bhi Aata
Bajrang Bali Mere Data
Tere Dwar Pe Jo Bhi Aata
Uski Naiya Fir Tu Hi Sambhale
Bhav Sagar Se Paar Lagata
Kehlata Hai Anjani Putra Tu
Amangal Ko Mangal Karta
Bhoot Pret Fir Nikat Na Aave
Naam Tera Jo Dhyata Hai
Bajrang Bali Mere Data
Tere Dwar Pe Jo Bhi Aata
Hai Tujhsa Na Koi Balshali
Saari Lanka Ko Tune Jala Daali
Sankat Mochan Naam Tumhara
Har Sankat Se Bachata Hai
Bajrang Bali Mere Data
Tere Dwar Pe Jo Bhi Aata
Uski Naiya Fir Tu Hi Sambhale
Bhav Sagar Se Paar Lagata