किसी ने अपना बना के
किसी ने अपना बना के मुझको मुस्कुराना सिखा दिया।
अंधेरे दिल में किसी ने हसँकर चिराग जैसे जला दिया।
1. अपना आप जना के मुझको, दुख से रोना छुड़ा दिया ।
जन्म-जन्म का सोया मनुआ, सत्संग करके जगा दिया।
2. अज्ञानता का पर्दा पड़ा था, नज़र मिला के उठा दिया।
जन्म-मरण का भय मिटा कर अमृत पीना सिखा दिया।
Kisi Ne Apna Bana Ke
Kisi ne apna banaa ke mujhko muskurana sikha diya
Andhere dil mein kisi ne hanskar chiraag jaise jalaa diya
1. Apna aap janaa ke mujhko, dukh se rona chhuda diya
Janm-janm ka soya manua, satsang karke jagaa diya
2. Agyaanta ka parda pada tha, nazar mila ke uttha diya
Janm-maran ka bhay mita kar amrit peena sikha diya
सीने खींच जिन्हां ने खादी
ਸੀਨੇ ਖਿੱਚ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਖਾਧੀ, ਉਹ ਕਰ ਆਰਾਮ ਨਹੀਂ ਬੈਹਿੰਦੇ|
ਨਿਹੁੰ ਵਾਲੇ ਨੈਣਾ ਕੀਂ ਨੀਂਦਰ ਉਹ ਤਾਂ ਦਿਨੇ ਰਾਤ ਪਏ ਵੈਹਂਦੇ|
1. ਅੱਖੀਂ ਪਰਨਾਲਾ ਜੇ ਬਣ ਜਾਵੇ, ਬਸ ਬਾਤ ਬਾਤ ਤੇ ਰੁਲ ਜਾਏ|
ਅੱਖੀਂ ਨੈਣਾਂ ਦੇ ਨੀਂਦਰ ਪੰਛੀ, ਬਿਨ ਬਾਤ ਦੇ ਹੀ ਜੇ ਉਡ ਜਾਏ|
2. ਜਦੋਂ ਗੱਲ ਨਹੀਂ ਬਸ ਇਕ ਹੌਕਾ ਨਿਕਲੇ, ਤਾਂ ਮੰਨ ਲਵੀਂ ਪਿਆਰ ਹੋ ਗਿਆ|
ਬਿਨ ਗੱਲ ਬੁਲੀਆਂ ਵਿਚ ਹਾਸੇ ਤਾਂ ਮੰਨ ਲਈਂ ਪਿਆਰ ਹੋ ਗਿਆ|
3. ਭੁੱਖ ਪਿਆਸ ਜਾਣੇ ਕਿਥੇ ਉਡ ਗਈ, ਬਸ ਅੱਖੀਆਂ ਖਾਲੀ ਕਰ ਗਈ|
ਪ੍ਰੀਤਮ ਦੀ ਯਾਦ ਸਤਾਵੇ ਆਪੇ ਰੁਸ ਜਾਵੇ, ਫਿਰ ਆਪੇ ਹੀ ਮੰਨ ਜਾਂਦੇ|
4. ਇਕ ਯਾਰ ਬੜਾ ਹੀ ਸੋਹਣਾ, ਮਨ ਮੀਤ ਦਿਲਾਂ ਦਾ ਜਾਨੀ|
ਅੱਖੀਆਂ ਦੀ ਪਿਆਸ ਬੁਝਾਵੇ, ਅੱਖੀਆਂ ਨਾਲ ਭਾਂਬੜ ਲਾਂਦੇ|
जिंदड़ी नू घोल घुमावां
जिंदड़ी नू घोल घुमावां मैं, जिनां राहां तो सतगुर लंघ्या ए ,
उन्हां राहां तों सदके जावां मैं।
1. कदी रोनी हां कदी हसनी हां, कदी वांघ शुदाईयाँ नसनी हां,
कोई जा के कहो प्यारे नूं, पई कूंज वांग कुरलावां मैं।
2. मेरा दुनिया दे नाल प्यार नहींयो, चंगा लगदा ऐ संसार नहींयो,
जेकर शाम मेरा इतबार नहींयो, आजा दिल नू चीर वखावां मैं।
3. पई सिला अलूड़ी चटनी हां, मैं तां राम-राम पई रटनी हां,
कदी रोन्दी हां कदी हसदीआं, पई गमां दे गेड़े खावां मैं।
4. जेकर मेरी तैनूं पत होवे मेरे सिर ते तेरा हथ होवे,
क्यों न भवसागर तर जावां मैं।
Jindadhi Nu Ghol Ghumava Main
Jindadhi nu ghol ghumava main, jina raahan ti satgur langheya aey
Unhan raahan ton sadke jaavan main
1. Kadi roni haan kadi hasni haan, kadi baangh shudayian nasni haan
Koi ja ke kaho pyare nu, pai koonjh waang kurlavan main
2. Mera duniya de naal pyaar nahiyon, chunga lagda aey sansaar nahiyon
Jekar shaam mera itbaar nahiyon, aaja dil nu cheer vakhawan main
3. Pai sila aludi chatni haan, main taan raam-raam pai ratni haan
Kadi rondi haan kadi hasdiyan, pai gmaan de gedhe khaavan main
4. Jekar meri tainu pat hove mere sir te tera hath hove
Kyon na bhavsagar tar jaavan main
गोलेमाले गोलेमाले पीरीत कोरो ना
पीरीती काठालेर आठा,
ए आठा लागले परे छाड़े ना,
गोलेमाले गोलेमाले पीरीत कोरो ना।
1. पीरीती जगडुमुरेर फूल, शे तो आलेखलतार मूल
भाब ना जेने कोरले पीरीती जीबेर पक्खे भूल
जेमोन चिटे गूड़े पिपरे पड़ले , शे पिपरे नोड़ते चोड़ते पारेना
गोलेमाले गोलेमाले पीरीत कोरो ना।
2. ओ एक जन ब्राहमनेर छेले , शे तो एमनि खिटकेले
पीरीत कोरे धोपार मेयेर पा धूये खेले
पीरीतीर जातेर बीचार कोरते गेले , ओरे भाई मिलबे ना चाँदेर कना
गोलेमाले गोलेमाले पीरीत कोरो ना।
मैं तेरा ही प्रभु कोई जाने या न जाने
मैं तेरा ही प्रभु कोई जाने या न जाने।
1. सब जग तेरी रज़ा में चाले,
तू ही समरथ सम्भाले।
2. तू है अनंत तेरा पार न पावे,
महिमा तेरी कौन बखाने।
3. निसदिन तेरा ध्यान लगाऊँ,
और दाता किसे ध्याऊँ।
4. मन की लगन तुझी संग लगाई,
चरणों में तेरे लागी।
यह चाँद की न रात है घोर काली रात है
यह चाँद की न रात है घोर काली रात है,
देखो रे, देखो रे गौरां, कौन लाया यह बारात है।
1. भस्मी अंग रमाये है, यह जटा भी बिखराये है,
देखो रे, देखो रे गौरां, संग सर्पों का फेरा है।
2. मुण्डों की माला है – डमरू निराला है,
देखो रे, देखो रे गौरां, कैसा दूल्हा तेरा आया है।
3. यह जोगी अलबेला है, मस्तों का टोला है।
देखो रे, देखो रे गौरां, यह तो साधु भोला भाला है।
जब पूर्ण सतगुर देव मिले
जब पूर्ण सतगुर देव मिले, फिर दूसरा देव मनाना क्या।
आत्म में आत्म देव मिले, फिर बन-बन खोजन जाना क्या।
मैं सतगुरु का सतगुरु मेरे, मैं और नहीं तू और नहीं,
जब ऐसा निष्चय कर ही लिया, फिर ओर से प्रीत लगाना क्या।
सतगुरु से सच्चा नाम मिला, भव तरने का सामान मिला,
फिर पोथी पुस्तक पन्नों में, व्यर्थ ही समय गवाना क्या।
सतगुरु की दया से घर भीतर, सत शब्द का जब प्रकाश मिला,
जब मन में ज्योति जल ही गयी, फिर दूसरा दीप जलाना क्या।
Jab Puran Satgur Dev Mile
jab poorṇa satgur dev mile, fir doosraa dev manaanaa kyaa.
Aatm mein aatm dev mile, fir ban-ban khojan jaanaa kyaa.
Main satguru kaa satguru mere, main aur naheen tu aur naheen,
jab aisaa niṣchay kar hee liyaa, fir aur se preet lagaanaa kyaa.
Satguru se sachchaa naam milaa, bhav tarne kaa saamaan milaa,
fir pothee pustak pannon mein, vyarth hee samay gavaanaa kyaa. Satguru kee dayaa se ghar bheetar, sat shabd kaa jab prakaash milaa,
jab man mein jyoti jal hee gayee, fir doosraa deep jalaanaa kyaa.
तेरी चैखट पे आना
तेरी चैखट पे आना मेरा काम था,
उम्र भर वो तो मुझ से किया न गया,
तेरी रहमत को क्यों कर मैं इल्ज़ाम दूँ,
उसको बक्शीश का मौका दिया न गया।
1. मैंने सोचा था दर पे तेरे आऊँगा,
फिर वहाँ से उठ कर नहीं जाऊँगा ।
सोचते-सोचते उम्र सारी गयी,
एक सजदा भी मुझसे किया न गया।
2. तेरी रहमत बरसती रही रात दिन,
तार-तार अपना दामन रहा उम्र भर।
मैं समेटूँ कहाँ रहमतों को तेरी,
चाक दामन भी मुझसे सीया न गया।
3. मैं हुआ हूँ तुम्हारे ही होने से जब,
तुझमें मुझमें बाकी रहा फर्क कब।
नाम तेरा मेरा अपना ही नाम था,
नाम अपना ही मुझसे लिया न गया।
Teri Chaukhat Pe Aana
Teri chaukhat pe aana mere kaam tha
Umr bhar wo to mujh se kiya na gaya
Teri rehmat ko kyon kar main ilzaam dun
Usko bakshish ka mauka diya na gaya
1. Maine socha tha dar pe tere aaunga
Fir wahan se utth kar nahi jaunga
Sochte sochte umr saari gayi
Ek sajda bhi mujhse kiya na gaya
2. Teri rehmat barasti rahi raat din
Taar-taar apna daaman raha umr bhar
Main sametun kahan rehmaton ko teri
Chaak daaman bhi mujhse seeya na gaya
3. Main hua hun tumhare hi hone se jab
Tujhmein mujhmein baaki raha fark kab
Naam tera mera apna hi naam tha
Naam apna hi mujhse liya na gaya
कैसी ये लगाई
कैसी ये लगाई लगना।
1. खड़े दुआरे श्याम पुकारे, आये न श्याम बीते रैना।
2. मैं बिरहन को कौन संभाले, तुम ही सुनो न बैना।
3. दासी श्याम अरज़ करे है, आओ प्यारे मन मोहना।
Kaisi Yeh Lagayee Lagnaa
Kaisi ye lagayee lagna
1. Khade duaare shyam pukaare, aaye na shyaam beete raina
2. Main birhan ko kaun sambhale, tum hi suno na baina
3. Daasi shyam araz kare hai, aao pyare mann mohana
जब आशिक़ मस्त फ़कीर हुए
जब आशिक़ मस्त फकीर हुए, फिर क्या दिलगीरी है बाबा।
हर आन खुशी हर आन हँसी, हर वक़्त अमीरी है बाबा।।
1. कुछ जुल्म नहीं कुछ जोर नहीं, कुछ दाद नहीं फरियाद नहीं,
कुछ कैद नहीं कुछ बंद नहीं, कुछ जब्र नहीं आज़ाद नहीं।
2. है जितनी बातें दुनियां की, सब भूल गये कुछ याद नहीं,
जो आशिक है सो जाने है यह भेद फ़कीरी है बाबा।
3. दिन रात मग्न खुश बैठे हैं और आस उसी की भारी है,
बस आप ही वो दाता है और आप ही वो भण्डारी है।
4. हम चाकर जिसके हुस्न के हैं, वह दिलबर सबसे आला है,
दिल अपना भोला भाला है और इश्क़ बड़ा मतवाला है।
5. जिस स्मित नज़र कर देखे हैं, उस दिलबर की फुलवारी है,
कहीं सबड़ी की हरियाली है, कहीं फूलों की गुल क्यारी है।
Jab Aashiq Mast Fakir Huye
Jab aashiq mast fakir huye
1. Kuch zulm nahi kuch zor nahi, kuch daad nahi fariyad nahi
Kuch qaid nahi kuch band nahi, kuch jabr nahi aazad nahi
2. Hai jitni baatein duniya ki, sab bhool gaye kuch yaad nahi,
Jo aashiq hai so jaane hai yeh bhed fakiri hai baba
3. Din raat magn khush baithe hain aur aas usi ki bhaari hai
Bas aap hi wo daata hain aur aap hi wo bhandari hai
4. Hum chaakar jiske husn ke hain, weh dilbar sabse aala hai
Dil apna bhola bhala hai aur ishq bada matwala hai
5. Jis smit nazar kar dekhe hai, us dilbar ki phulwari hai
Kahin sabdi ki hariyali hai, kahin phoolon ki gul kyari hai