।। दोहा।।
पवन तनय संकट हरण , मंगल मूर्ति रूप।
राम लखन सीता सहित ,मोहे ह्रदय बसे सुरभुप।।
मारो दूध क्यों लगायो रे ,
बेटा हनुमान।२।
मारु धार पहाड़ भट जावे ,
ऐसो दूध पिलायो हनुमत ।
जनक सीता ने रावण ले गयो ,
माने मुंडो क्यों बतायो।
बेटा हनुमान।
मारो दूध। …..
ऐसा तेरा राम लखन है ,
जो थने पायक बनायो हनुमत।
श्री राम की लेकर आज्ञा ,
सारी दौलत उठा क्यों ने लायो।
बेटा हनुमान।
मारो दूध। …..
इतना वचन सुनिया बजरंग ,
नैना रोज भर आयो रे हनुमत।
पूरब पश्चिम भेळी कर दू ,
जद जाणे मने अंजनी रो जायो।
बेटा हनुमान।
मारो दूध। …..
तुलसी दास आस रघुवर की ,
प्रभु चरण गुण गायो हनुमत।
द्रोणागिर पर्वत ने लायो ,
जद भरत भाई बाण लगायो।
बेटा हनुमान।
मारो दूध। …..
मारो दूध क्यों ले जायो रे बेटा हनुमान भजन लिरिक्स maro doodh kyu lagaya beta hanuman bajrang bali bhajan lyrics