कोई काही में मगन कोई काही मे मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई कोठी में मगन कोई कमरा में मगन,
मेरी टूटी है झोपड़िया मैं तो वाही में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई मंदिर में मगन कोई भक्ति में मगन,
मैं तो करूं रे भजन मैं तो घर में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई हलवा में मगन कोई पूरी में मगन,
मेरे घर में रोटी सब्जी मैं तो वाही में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई दौलत में मगन कोई शोहरत में मगन,
मैं तो करूं रे भजन मैं तो वाही में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई बेड पै मगन कोई गद्दा पर मगन,
मेरी टूटी सी है खटिया मैं तो वाहीं पर मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई बेटा में मगन कोई पोते में मगन,
मेरे घर में सास ससुर मै तो सेवा में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई हीरा में मगन कोई गोदी में मगन,
मेरे गले तुलसी माला मैं उस भजन में मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…
कोई काही में मगन कोई काही मे मगन,
मेरी लगी है लगन मै तो हरि में मगन…