न कहीं से दूर हैं मंजिलें,
न कोई करीब की बात है ।
जिसे तुम ने दर पे बुला लिया,
ये बड़े नसीब की बात है ॥
. जिसे चाहा दर से हटा दिया,
जिसे चाहा अपना बना लिया ।
ये बड़े कर्म के हैं फैसले,
ये बड़े नसीब की बात है ॥
. वो खुदा नहीं नाखुदा नहीं,
वो खुदा से लेकिन जुदा नहीं ।
वो है क्या मगर वो है क्या नहीं,
ये मेरे हबीब की बात है ॥
. वो तो पास रहकर भी दूर है,
और दूर रहकर भी पास है ।
जो समझ सका न तेरा करम,
ये तो बदनसीब की बात है ॥
- सारे मोहल्ले में ये हल्ला हो गया, मैया यशोदा के लल्ला हो गया…
- साई मेरा भोला भंडरी है, मेरी भी किस्स्मत संवारो साईं नाथ,
- ਰੁੱਸ ਨਾ ਜਾਵੀਂ ਮੋਹਨ ਮੇਰੇ, ਜੀਵਨ ਮੇਰਾ ਸਹਾਰੇ ਤੇਰੇ ਰੁੱਸ ਨਾ ਜਾਵੀਂ ਮੋਹਨ ਮੇਰੇ…
- ऐना अखियाँ च मोहन वसा रखेया ए
- जद जद भी म्हापे आवे मुसीबत बाबा श्याम जी आवे मुसीबत बाबा श्याम जी
- त्रेता में पधारे श्री राम जी, और द्वापर में आएं घनश्याम जी ।
- त्रेता में पधारे श्री राम जी, और द्वापर में आएं घनश्याम जी ।
na kahin se dur hain manjilen na koi kareeb ki baat hai
n kaheen se door hain manjilen,
n koi kareeb ki baat hai
jise tum ne dar pe bula liya,
ye bade naseeb ki baat hai ..
jise chaaha dar se hata diya,
jise chaaha apana bana liyaa
ye bade karm ke hain phaisale,
ye bade naseeb ki baat hai ..
vo khuda nahi naakhuda nahi,
vo khuda se lekin juda nahi
vo hai kya magar vo hai kya nahi,
ye mere habeeb ki baat hai ..
vo to paas rahakar bhi door hai,
aur door rahakar bhi paas hai
jo samjh saka n tera karam,
ye to badanaseeb ki baat hai ..
n kaheen se door hain manjilen,
n koi kareeb ki baat hai
jise tum ne dar pe bula liya,
ye bade naseeb ki baat hai ..