राती सुपने च , दिते सी दीदार माता ने…
चलो चलिए बुलाया , दरबार माता ने ॥
सुपने च जिथे ज्योति सी जगाइयाँ ।
उस था , ते चड़ियाँ सी नाम खुमारियाँ॥
मेनू रज कर दिते सी दुलार माता ने ॥
पीपली दे पते उते ज्योतां सी जगाइयाँ ।
नैना देवी पिंगा जुटे , रोनका लाइयाँ॥
मेरे सिर हथ रख , किता पियार माता ने ॥
raati supane ch , dite si deedaar maata ne…
chalo chalie bulaaya , darabaar maata ne ..
supane ch jithe jyoti si jagaaiyaan
us tha , te chadiyaan si naam khumaariyaan..
menoo raj kar dite si dulaar maata ne ..
peepali de pate ute jyotaan si jagaaiyaan
naina devi pinga jute , ronaka laaiyaan..
mere sir hth rkh , kita piyaar maata ne ..
raati supane ch , dite si deedaar maata ne…
chalo chalie bulaaya , darabaar maata ne ..