मैं माँ को रिझाने आया हूँ दुनिया को रिझाकर क्या करना भजन लिरिक्स

Main Maa Ko Rijhane Aaya Hun Lyrics भजन लिरिक्स

मैं माँ को रिझाने आया हूँ
दुनिया को रिझाकर क्या करना
जो इसे बताने आया हूँ
जग को वो बताकर क्या करना।

फिल्मी तर्ज भजन = दिल लूटने वाले।

सत्संग मतलब सत की संगत
और सत है माँ झुँझन वाली
मैं उससे जुड़ने आया हूँ
जो जग की करती रखवाली
मैं धार बहाने आया हूँ
गर मन हो मेरे संग बहना।

नैनो से नैना चार करो
सच्चे मन से दीदार करो
गर इसके इशारे मिल जाए
उसको समझो स्वीकार करो
गर लगन लगी ना दादी से
कीर्तन में आकर क्या करना।

अंतर्मन की सारी बातें
बस अंतर्यामी माँ जाने
कोई जान सका मैं क्या हूँ
बस दादी मेरी पहचाने
श्री चरणों की सेवा दे दो
इस जग में मुझको ना रहना।

मैं माँ को रिझाने आया हूँ
दुनिया को रिझाकर क्या करना
जो इसे बताने आया हूँ
जग को वो बताकर क्या करना।

गायक – Ajay Tulsyan

Bhajan Lyrics in Hindi with Video

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