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कड़की मिटा दो म्हारा काम बना दो जी भजन लिरिक्स

कड़की मिटा दो म्हारा काम बना दो जी
कड़की मिटा दो म्हारा काम पटा द्यो जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

कड़की मिटा दो म्हारा काम बना दो जी,
गड़ल ली दुआडो एक बंगलो दुआदो जी
थासु घणो को नी माँगा बालाजी
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

व्याह करदो छोरो गोड्या खिलादो,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

कड़की मिटा दो म्हारा काम बना दो जी,
कड़की मिटा दो म्हारा काम पटा द्यो जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

देवो सोना चंडी देवो बड़ा वाला गाँधी जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

कड़की मिटा दो म्हारा काम पटा द्यो जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

फैक्ट्रिया चलवादो म्हारा नाम करवादो,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

कड़की मिटा दो म्हारा काम पटा द्यो जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

पन्ना यही अर्जी म्हारी घणो जो तो मर्जी थारी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

कड़की मिटा दो म्हारा काम पटा द्यो जी,
कड़की मिटा दो म्हारा काम बना दो जी,
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।
थासु घणो को नी माँगा बालाजी,
मन थोड़ा में ही भर जावेगो।।

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