चाल पियाज़ी मेहनदीपुर में
छोड़ दे सारे काम
बड़ी रोनक शोनक हो रही से
बालाजी के धाम
मैं भी देखु कैसा है
वो सेवक है राम का
घाना ही रूखा सूखा से
बाबा के नाम का।।
चाल पियाज़ी मेहनदीपुर में
छोड़ दे सारे काम
बड़ी रोनक शोनक हो रही से
बालाजी के धाम
मैं भी देखु कैसा है
वो सेवक है राम का
घाना ही रूखा सूखा से
बाबा के नाम का।।