You are currently viewing बालाजी में सज़ा है दरबार भजन लिरिक्स

बालाजी में सज़ा है दरबार भजन लिरिक्स

बालाजी में सज़ा है दरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

हाथो में लेके पूजा की तली
लेके ध्वजा बाला लाल रंग वाली।।

सच्चे मान से लगाए जैकार
सखी रे चल दर पे चले।।

बालाजी में सज़ा है दरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

नाचते गाते दर तेरे आए
सवा मानी तुझको भोग लगाए।।

और शीश नवाए हर वार
सखी रे चल दर पे चले।।

बालाजी में सज़ा है दरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

भूत और प्रेटो की बधाई कटती
उपरी हवओ को बालाए हटती
मेरे बालाजी सच्चे सरकार
सखी रे चल दर पे चले।।

बालाजी में सज़ा है दरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

बालाजी तुम्हारी महिमा है न्यारी
चंदन को है लगती प्यारी।।

तोहे तिलक लगाए हरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

बालाजी में सज़ा है दरबार
सखी रे चल दर पे चले।।

Balaji Mein Saja Hai Darbar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Singer – Anjali Jain

Hatho Mein Leke Pooja Ki Thali
Leke Dwaja Bala Laal Rang Wali

Sachche Man Se Lagaye Jaikar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Balaji Mein Saja Hai Darbar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Nachate Gaate Dar Tere Aaye
Sava Mani Tujhko Bhog Lagaye

Aur Sheesh Navaye Harbaar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Balaji Mein Saja Hai Darbar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Bhoot Aur Preto Ki Badhai Katati
Upari Hawao Ko Balaye Hatati
Mere Balaji Sachche Sarkar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Balaji Mein Saja Hai Darbar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Balaji Tumhari Mahima Hai Nyari
Chandan Ko Hai Lagti Pyari

Tohe Tilak Lagaye Harbaar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Balaji Mein Saja Hai Darbar
Sakhi Re Chal Dar Pe Chale

Leave a Reply