जय श्री राम बोलो जय श्री राम
जय श्री राम बोलो जय श्री राम।।
लंका में बजा डंका
आती वीर बलि बजरंगा।।
लंका में बजा डंका
आती वीर बलि बजरंगा।।
लंका में आग लगाई
एक पल में राख बनाई।।
एक उँची कूद लगाई
सागर लाँघा से।।
तूने राम प्रभु का
सगरा काज बनाया से।।
रावण ने हरा सीता को
फिर राम प्रभु अकुलाए।।
सीता ने खोजन खातिर
तुम सागर तेरे आए।।
तुम्हारा दिल था घबराया
बाल तुमको याद दिलाया।।
बाल सारा अपना
तुमको याद आया से।।
तूने राम परभु का
सगरा काज बनाया से
लंका में बजा डंका।।
जय श्री राम लगाया नारा
फिर उची कूद लगाई।।
लंका पहुचे बालाजी
लांकिनी थी मार गिराई।।
जय श्री राम बोलो जय श्री राम
जय श्री राम बोलो जय श्री राम।।
विभीषण से मिल कर के
सीता का पता लगाया।।
फिर सारा बाग उजड़ा
अक्षय को मार गिराया।।
फिर मेघ नाथ ने
नाग पास में बँधा से।।
तूने राम परभु का
सगरा काज बनाया से
लंका में बजा डंका।।
रावण दरबार में पहुचे
और रावण को समझाया।।
रावण था बड़ा अभिमानी
उससे कुछ भी समझ ना आया
जय श्री राम जय श्री राम।।
फिर पूँछ में आग लगाई
तुमने लंका रख बनाई।।
फिर सीता की सुध लेके
तुम राम की शरण लगाई।।
श्री राम ने अपने
तुमको अपने गले से लगाया।।
तूने राम परभु का
सगरा काज बनाया से
लंका में बजा डंका।।
- चित चरणों में बाबा के लगाले नसीब तेरे जाग जायेगे
- मेरे सीने में सिया राम की तस्वीर है
- अंजनी का लाला रे भक्तो का रखवाला रे
- पीके राम नाम का प्याला झूमे लाल अंजनी लाला
- हनुमंत भजो बिगड़ी बन जावे तुरंत
- बीती आधी रात हनुमान ना आए
Jai Sir Ram Bolo Jai Shri Ram
Jai Sir Ram Bolo Jai Shri Ram
Lanka Mein Baja Danka
Ati Veer Bali Bajranga
Lanka Mein Baja Danka
Ati Veer Bali Bajranga
Lanka Mein Aag Lagayi
Ek Pal Mein Raakh Banayi
Ek Unchi Kood Lagayi
Sagar Langha Se
Tune Ram Parbhu Ka
Sagra Kaaj Banaya Se
Rawan Ne Hara Sita Ko
Fir Ram Prabhu Akulaye
Sita Ne Khojan Khatir
Tum Sagar Tere Aaye
Tumhara Dil Tha Ghabraya
Bal Tumko Yaad Dilaya
Bal Saara Apna
Tumko Yaad Aaya Se
Tune Ram Parbhu Ka
Sagra Kaaj Banaya Se
Lanka Mein Baja Danka
Jai Shri Ram Lagaya Naara
Fir Uchi Kood Lagayi
Lanka Pahuche Balaji
Lankini Thi Maar Girayi
Jai Shri Ram Bolo Jai Shri Ram
Jai Shri Ram Bolo Jai Shri Ram
Vibhishan Se Mil Kar Ke
Sita Ka Pata Lagaya
Fir Sara Baag Ujada
Akshay Ko maar Giraya
Fir Megh Nath Ne
Nag pass Mein Bandha Se
Tune Ram Parbhu Ka
Sagra Kaaj Banaya Se
Lanka Mein Baja Danka
Rawan Darbar Mein Pahuche
Aur Rawan Ko Samjhaya
Rawan Tha Bada Abhimaani
Usse Kuchh Bhi Samajh Naa Aaya
Jai Shri Ram Jai Shri Ram
Fir Poochh Mein Aag Lagayi
Tumne Lanka Rakh Banayi
Fir Sita Ki Sudh Leke
Tum Ram Ki Sharan Lagayi
Shri Ram Ne Apne
Tumko Apne Gale Se Lagaya
Tune Ram Parbhu Ka
Sagra Kaaj Banaya Se
Lanka Mein Baja Danka