विनती हमारी है प्रभु ये अन्धकार मिटाइये भजन लिरिक्स

विनती हमारी है प्रभु ये अन्धकार मिटाइये
सब प्राणी मात्रा है कष्ट में
यह कष्ट इनका हटाइये।।

कर दो क्षमा सुर राज को
जो इनसे नादानी हुई
आप दया निधान है
प्रभु आप सा सानी नहीं
याकुल है सारे जीव
जीवन आप इनका बचाइए।।

विनती हमारी है प्रभु ये अन्धकार मिटाइये
सब प्राणी मात्रा है कष्ट में
यह कष्ट इनका हटाइये।।

भूल कर बैठे हम जो आपको जाना नहीं
रूद्र अवतार की शक्ति को हमने पहचाना नहीं
हे दया निधि दया करके शीघ्र रवि लौटाइये।।

विनती हमारी है प्रभु ये अन्धकार मिटाइये
सब प्राणी मात्रा है कष्ट में
यह कष्ट इनका हटाइये।।

संकट हरण मंगल कारन हो
करदो ये उपकार तुम
मानलो विनती हमारी अंजनी के लाल तुम
आज सारे जगत के तुम लाडले बन जाइये ।।

विनती हमारी है प्रभु ये अन्धकार मिटाइये
सब प्राणी मात्रा है कष्ट में
यह कष्ट इनका हटाइये।।

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