श्री बाला जी महाराज
तेरे दर पे भगत पुकार रहे।।
कोई रोके हाल सुनाये रहा,
कोई गुम सुम हो के गाये रहा,
कोई करे है राम गुण गान,
तेरे दर पे भगत पुकार रहे।।
कोई मोह माया में ढोल रहा,
कोई अपनी जेब टटोल रहा,
कोई कहे मैं हूँ धनवान,
तेरे दर पे भगत पुकार रहे।।
कोई मंद मंद मुस्स्काए रहा,
कोई गुम सुम होके गाये रहा,
कोई करे है अपनी बखान,
तेरे दर पे भगत पुकार रहे।।